शब्द का अर्थ
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					ग्राहक					 :
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					पुं० [सं०√Öग्रह+ण्वुल्-अक०] १. ग्रहण करने या लेनेवाला। २. वह जो मूल्य देकर कोई चीज लेता या लेना चाहता हो। खरीददार। ३. आदरपूर्वक कुछ पाने या लेने की इच्छा या प्रवृत्ति रखनेवाला। जैसे–गुण-ग्राहक। ४. वह ओषधि जिसके सेवन से पतला दस्तआना जल्द बन्द हो जाय और बँधा पैखाना होने लगे। ५. बाज नामक पक्षी। ६. चौपतिया नामक साग। ७. विष आदि के प्रकोपों की चिकित्सा करनेवाला वैद्य। विष-वैद्य। वि० ग्रहण करनेवाला। जैसे–ग्राहक यंत्र।				 | 
			
			
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					ग्राहक-यंत्र					 :
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					पुं० [कर्म० स०] एक वैज्ञानिक उपकरण जो प्रेषक यंत्र द्वारा भेजे गये संदेश ग्रहण करता है। (रिसीवर)				 | 
			
			
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