शब्द का अर्थ
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घास :
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स्त्री० [सं०√घस् (खाना)+ घञ्, पा० घास,पं० घाह,सिं० गाहु,गु० घास्,ने० घाँसू,उ० मरा० घास] १. छोटी हरी वनस्पतियों में से कोई हर एक जिसके पत्ते चरने वाले पशु खाते है। तृण। पद-घास-पात या घास-फूस-(क) तृण और वनस्पति। (ख) कूड़ा-करकट। घास-भूसा= (क) पशुओं का चारा। (ख) व्यर्थ की रद्दी चीजें। मुहावरा– घास काटना,खोदना,गढ़ना या छीलना=तुच्छ या व्यर्थ का काम करना। २. घास की आकृति के कटे हुए कागज,पन्ना आदि के पतले लंबोत्तरे टुकडे। ३. एक प्रकार का रेशमी कपड़ा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
घासलेट :
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पुं० [अं.गैस लाइट] १. मिट्टी का तेल। २. तुच्छ या अग्राह्रा वस्तु। |
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समानार्थी शब्द-
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घासलेटी :
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वि० [हिं० घासलेट+ई.प्रत्यय] १. हलके किस्म का। साधारण या निम्न कोटि का। २. अश्लील या गंदा और रद्दी। जैसे– घासलेटी साहित्य। |
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घासी :
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स्त्री० [हिं० घास] घास। चारा। तृण। पुं० घसियारा।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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