शब्द का अर्थ
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घुरना :
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अ० [अनु०] घुर-घुर शब्द होना। स० १. घुर-गुर शब्द करना। उदाहरण–घुरत परेवा गीवँ उवाचा।–जायसी। २. बजना या बोलना। जैसे–डंका या मृदंग घुरना। उदाहरण–घुरै नीसाण सोइ घनघोर।–प्रिथीराज। अ०=घुलना। उदाहरण–तब पिय उर घुरि सोयो चहै।–नंददास। अ० [सं० घूर्णन] १. घूमना। २. (आँख) झपकना। ३. (झंडे आदि का) फहराना। उदाहरण–घर घर घुरत निसान कहि न जात कछु आज की।–नंददास।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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