शब्द का अर्थ
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					चरण-दास					 :
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					पुं० [ष० त०] १. चरणों की सेवा करने वाला दास या सेवक। २. दिल्ली के एक महात्मा साधु जो जाति के धूसर बनिये थे। इनका जन्म संवत् १७६॰ में और शरीरांत सं० १८३९ में हुआ था। इनके चलाये हुए सम्प्रदाय के साधु चरणदासी साधु कहलाते हैं। ३. जूता। (परिहास)।				 | 
			
			
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					चरण-दासी					 :
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					वि० स्त्री० [ष० त०] चरणों की सेवा करनेवाली (दासी या स्त्री०)। स्त्री० १. पत्नी। भार्या। २. जूता। वि० चरण-दास संबंधी। पुं० महात्मा चरणदास के चलाये हुए सम्प्रदाय का अनुयायी।				 | 
			
			
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