शब्द का अर्थ
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					चरसा					 :
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					पुं० [सं० चर्म्म] १. भैंस, या बैल आदि के चमड़े का बना हुआ वह वबड़ा थैला जिसकी सहायता से खेत सींचने के लिए कुएँ से पानी निकाला जाता है। पुर। मोट। २. चमड़े का बना हुआ कोई बड़ा थैला। ३. जमीन की एक नाप जो प्रायः २॰॰॰ हाथ लंबी और इतनी ही चौड़ी होती थी। गो-चर्म। पुं० चरस (पक्षी)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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