शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					चवा					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० चौ+वात] चारों ओर से एक साथ चलनेवाली वायु। उदाहरण–सुणि सुन्दरि संच्चउ चवा।–ढोलामारू।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवाइन					 :
				 | 
				
					स्त्री० ‘चवाई’ का स्त्री रूप। उदाहरण–जदपि चवाइन चीकनी चलति चहूँ दिसि सैन।–बिहारी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवाई					 :
				 | 
				
					वि० [हिं० चवाव] [स्त्री० चवाइन] १. बदनामी की चर्चा फैलाने वाला। कलंकसूचक प्रवाद फैलानेवाला। २. दूसरों की बुराई करने वाला। निंदक। स्त्री० १. चारों ओर फैली हुई निंदा। २. झूठी अफवाह या खबर।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवाउ					 :
				 | 
				
					पुं०=चवाव।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवायनि					 :
				 | 
				
					स्त्री० चवाइन।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवालीस					 :
				 | 
				
					वि० चौवालीस।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चवाव					 :
				 | 
				
					पुं० [हिं० चौवाई] १. चारों ओर फैलनेवाली चर्चा। प्रवाद। अफवाह। २. उक्त प्रकार की निंदा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |