शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					चाड़					 :
				 | 
				
					स्त्री० =चाँड़।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स्त्री० =चढ़ाई।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चाड़ना					 :
				 | 
				
					स० चाँड़ना। उदाहरण–कुचगिरि चढ़ि अति थकित ह्रै चली डीठि मुख-चाड़।-बिहारी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चाड़िला					 :
				 | 
				
					वि०=चाँड़िला (चाँड़)।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चाड़ी					 :
				 | 
				
					स्त्री० [सं० चाटु] किसी की अनुपस्थिति में पीठ पीछे की जानेवनाली निंदा। चुगली। क्रि० प्र०–खाना।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					चाड़ू					 :
				 | 
				
					पुं० चाटुकार। उदाहरण–मान करत रिस माने चाड़ू।–जायसी।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |