शब्द का अर्थ
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					जूर					 :
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					पुं० [हिं० जुरना] १. जोड़कर रखी हुई चीजों का समूह। संचय। २. ढेर। राशि।				 | 
			
			
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					जूरना					 :
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					स०=जोड़ना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) स० [हिं० जूरी] एक पर एक रखकर गड्डियाँ या थाक लगाना।				 | 
			
			
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					जूरा					 :
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					पुं० [सं० यून] [स्त्री० अल्पा० जूरी] घास या पत्तों का पूला। जट्टी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) पुं०=जूड़ा।				 | 
			
			
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					जूर्ण					 :
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					पुं० [सं०√जूर् (बढ़ना)+क्त] एक प्रकार का तृण।				 | 
			
			
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					जूर्णि					 :
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					स्त्री० [सं० ज्वर् (रोग)+नि] १. तेजी। वेग। २. देह। शरीर। ३. स्त्रियों का एक रोग। वि० १. वेगवान्। तेज। २. गला हुआ। द्रवित ३. तपानेवाला। ४. प्रशंसा या स्तुति करनेवाला। ४. खुशामदी। पुं० १. सूर्य। २. ब्रह्मा। ३. क्रोध। गुस्सा।				 | 
			
			
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					जूर्ति					 :
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					स्त्री० [सं०√ज्वर्+क्तिन्] ज्वर।				 | 
			
			
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