शब्द का अर्थ
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झँझरी :
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स्त्री० [हिं० झर झर से अनु०] १. किसी चीज में बने हुए बहुत से छोटे-छोटे छेदों का समूह। जाली। २. दीवारों आदि की जालीदार खिड़की या झरोखा। ३. लोहे के चूल्हें की वह जाली जिस पर जलते हुए कोयले रहते हैं। ४. छेद। सुराख। ५. आटा छानने की चलनी। छाननी। ६. लोहे का जालीदार पौना। झरना। ७. एक प्रकार की जल कीड़ा जिसमें छोटी नावों पर बैठकर उन्हें चक्कर देते हैं। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झँझरीदार :
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वि० [हिं० झंझरी+पा० दार] जिसमें बहुत से छोटे-छोटे छेद पास-पास बने हुए हों। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |