शब्द का अर्थ
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झँवा :
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पुं०=झाँवाँ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झँवाना :
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अ० [हिं० झाँवाँ] १. ताप आदि के प्रभाव से झाँवे के रंग का हो जाना। कुछ काला या झाँवला हो जाना। जैसे–धूप से शरीर का रंग झँवाना। २. अग्नि का जलते-जलते बुझने को होना। आँच धीमी या मन्द पड़ना। ३. जलने, सूखने आदि के कारण किसी चीज का कुछ अंश कम होना या घट जाना। ४. कुम्हलाना। मुरझाना। ५. निर्जीव या बेदम होना। उदाहरण–मुरछित अवनी परी झँवाई।–तुलसी। ६. शरीर के किसी अंग का झाँवें से रगड़ कर साफ किया जाना। ७. झेंपना। स० १. ताप आदि के प्रभाव से किसी चीज को झांवे के रंग का अर्थात् झाँवला या कुछ कुछ काला कर देना। २. ऐसा करना कि आग धीमी या मंद पड़कर बुझने लगे। ३. जला या सुखाकर किसी चीज का कुछ अंश कम करना या घटाना। ४. कुम्हलाने या मुरझाने में प्रवृत्त करना। ५. शरीर का कोई अंश साफ करने के लिए उसे झाँवे से रगड़ना। ६. निर्जीव या बेदम करना। ७. लज्जित या शरमिंदा करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झँवावना :
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स० [हिं० झँवाना] झँवाने का काम किसी दूसरे से कराना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |