| शब्द का अर्थ | 
					
				| झंकार					 : | स्त्री० [सं० झन-कार, ब० स०] १. धातु के किसी पात्र पर आघात लगने पर कुछ समय तक उसमें से बराबर निकलता रहनेवाला झनझन शब्द। झनकार। २. कुछ कीड़ों के बोलने का झन झन शब्द। जैसे–झिल्ली या झींगुर की झंकार। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| झंकारना					 : | स० [सं० झंकार] धातु के किसी टुकड़े का पात्र पर इस प्रकार आघात करना कि वह झन झन शब्द करने लगे। अ० झन झन शब्द उत्पन्न होना। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं | 
			
					
				| झंकारिणी					 : | स्त्री० [सं० झंकार+इनि-ङीप्] गंगा। | 
			
				|  | समानार्थी शब्द- 
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