शब्द का अर्थ
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झड़ी :
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स्त्री० [हिं० झड़ना] १. झड़ने की क्रिया या भाव। २. कुछ समय तक लगातार झड़ते रहने की क्रिया या भाव० २. ऐसी वर्षा जो लगातार अधिक समय तक होती रहे। जैसे–तीन दिन से पानी की झड़ी लगी है। ४. लगातार एक पर एक होती रहनेवाली क्रिया या भाव। जैसे–गालियों की झड़ी, प्रश्नों की झड़ी। क्रि० प्र०–बँधना।–लगना। ५. ताले के अंदर का वह खटका जो चाबी के आघात से हटता-बढ़ता रहता है और जिसके कारण ताला खुलता और बंद होता है। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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