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			| शब्द का अर्थ |  
				| झाँवाँ					 : | पुं० [सं० झामक] १. भट्ठे में पकी हुई वह ईट जो अधिक ताप लगने के कारण काली पड़ गई हो और कुछ टेढ़ी भी हो गई हो। २. उक्त जली हुई ईंट का टुकड़ा जिसमें प्रायः छोटे-छोटे छेद होते है तथा जिसका प्रयोग चीजों पर से दाग छुड़ाने और विषेषतः पाँवों पर जमी हुई मैल रगड़कर छुड़ाने के लिए होता है। |  
				|  | समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं |  |