शब्द का अर्थ
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झिर :
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स्त्री०=झिरी।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरकना :
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स०=झिड़कना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरझिर :
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क्रि० वि० [अनु०] १. थोड़ा-थोड़ा करके और मन्द गति से। धीरे-धीरे। जैसे–झिरझिर झरना (पानी का सोता) बहना। २. उक्त प्रकार से और झिरझिर शब्द करते हुए। जैसे–झिरझिर हवा बहना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरझिरा :
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वि०=झीना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरझिराना :
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अ०=झिड़झिड़ाना (चिड़चिड़ाना)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरना :
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पुं० [हिं० झरना] १. झरना। २. झिरी। अ०=झरना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरहर :
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वि०=झीना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरा :
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स्त्री० [हिं० झरना=रसकर निकलना] आमदनी। आय।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिराना :
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अ० स०=झुराना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरिका :
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स्त्री० [सं०] झींगुर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरिया :
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स्त्री० [हिं० झरना] छोटा झरना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरी :
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स्त्री० [हिं० झरना] १. वह छोटा छेद या संधि जिसमें से कोई चीज धीरे-धीरे निकल या बह जाय दरज। २. वह गड्ढा जिसमें आस-पास का पानी झिर-झिरकर इकट्ठा होता है। ३. किसी बड़े जलाशय के आस-पास का वह छोटा झरना या सोता जिसमें से पानी झिर या रसकर निकलता हो। ४. तुषार। पाला। ५.ऐसी फसल जो पाला पड़ने के कारण खराब हो गई हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिरीका :
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स्त्री० [सं० झिरी√कै (शब्द)+क-टाप्] झींगुर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
झिर्री :
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स्त्री० [हिं० झरना या झिरी] वह छोटा गड्ढा जो नाली आदि का पानी रोकने के लिए खोदा जाता है। घेरुआ।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
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