शब्द का अर्थ
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झुरना :
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अ० [सं० क्षर, प्रा० झूरइ, या सं० ज्वल्] १. किसी विकट चिंता या दुःख के कारण मन ही मन इतना अधिक संतप्त तथा विकल रहना कि शरीर धीरे-धीरे सूखता जाय। अन्दर ही अन्दर दुःखी रहकर अपना शरीर घुलाना। २. सूखना। ३. कुम्हलाना। मुरझाना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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