शब्द का अर्थ
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					ठहराव					 :
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					पुं० [हिं० ठहराव+आव (प्रत्यय)] १. ठहरने, ठहराने या ठहरे हुए होने की अवस्था या भाव। २. वह स्थिति जिसमें किसी प्रकार की अशांति, उपद्रव, चंचलता आदि न हो। स्थिरता। ३. दो पक्षों में क्रय-विक्रय, विवाद आदि निपटाने के संबंध में होनेवाला निश्चय। ४. दे० ‘ठहरौनी’।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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