शब्द का अर्थ
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					ढाई					 :
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					वि० [सं० अर्द्ध-द्वितीय, प्रा० अड्ढाइय; पुं० हिं० अढ़ाई] १. (इकाई या मान) जिसमें दो पूरे के साथ आधा और मिला हुआ हो जैसे–ढाई गज कपड़ा, ढाई सेर चीनी, ढाई रुपया। २. जो गिनती में दो से आधा अधिक हो। जैसे–ढाई बजे की गाड़ी। मुहावरा–(किसी को) ढाई घड़ी को आना=अचानक और चटपट मौत आना। (स्त्रियों को कोसना) जैसे–तुझे ढाई घड़ी को आवे। पद–ढाई दिनों की बादशाहत=(क) थोड़े समय का ऐश्वर्य या सुखभोग। (ख) किसी के विवाह के समय के दो तीन दिन। स्त्री० [हिं० ढाना] १. लड़कों का एक खेल जो कौडियों से खेला जाता है। २. उक्त खेल खेलने की कौडियाँ। ढाक				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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