शब्द का अर्थ
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					तनक					 :
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					स्त्री० [देश०] एक प्रकार की रागिनी जिसे कोई मेघ राग की रागिनी मानते हैं। स्त्री० [हिं० तिनगना] १. तनने या रुष्ट होने की क्रिया या भाव। वि०=तनिक।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					तनकना					 :
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					अ०=तिनकना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					तनकीद					 :
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					स्त्री० [अ०] आलोचना। समीक्षा। २. परख। पहचान।				 | 
			
			
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					तनकीह					 :
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					स्त्री० [अ०] १. कोई मूल कारण या तथ्य जानने या निकलने के लिए किसी से की जानेवाली पूछ-ताछ। २. आज-कल विधिक क्षेत्रों में, दीवानी मुकदमों आदि के सम्बन्ध में दोनों पक्षों के कथन और उत्तर के आधार पर न्यायालय का यह निश्चित करना कि मुख्यतः कौन-कौन सी बातें विचारणीय हैं।				 | 
			
			
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