शब्द का अर्थ
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					तप्तक					 :
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					पुं० [सं० तप्त+कन्] कड़ाही।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					तप्तकुंड					 :
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					पुं० [कर्म० स०] वह जलाशय जिसका जल प्राकृतिक रूप से ही गरम रहता हो।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					तप्तकुंभ					 :
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					पुं० [ब० स०] पुराणानुसार एक नरक जिसमें जीवों को तपे हुए तेल के कड़ाहों में फेंका जाता है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |