शब्द का अर्थ
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तर्पणी :
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वि० [सं० तर्पण+ङीष्] तृप्ति देनेवाली। स्त्री० १. गंगा नदी। २. खिरनी का पेड़ और फल। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तर्पणी :
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स्त्री० [सं०√तृप्+णिच्+णिनि-ङीष्] पद्यचारिणी। लता। स्थल कमलिनी। स्थलपद्म। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
तर्पणीय :
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वि० [सं०√तृप्+अनीयर] १. जिसका तर्पण करना आवश्यक या उचित हो। २. जिसका तर्पण किया जा सकता हो। ३. जिसे तृप्त करना आवश्यक हो। |
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समानार्थी शब्द-
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