शब्द का अर्थ
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					तर्ष					 :
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					पुं० [सं०√तृष् (तृष्णा)+घञ्] १. अभिलाषा इच्छा। २. तृष्णा। ३. सूर्य। ४. समुद्र। ५. जलाशय पार करने का बेड़ा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					तर्षण					 :
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					पुं० [सं०√तृष्+ल्युट्-अन] [वि० तर्षित] १. पिपासा। प्यास। २. अभिलाषा। इच्छा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					तर्षित					 :
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					वि० [सं० तर्ष+इतच्] १. प्यासा। २. अभिलाषा करनेवाला। इच्छुक।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					तर्षुल					 :
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					वि० [सं०√तृष्+उलच्]=तर्षित (दे०)।				 | 
			
			
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