शब्द का अर्थ
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					तार-तार					 :
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					पुं० [सं०, प्रकार अर्थ में द्वित्य] सांख्य के अनुसार एक गौण सिद्धि जो आगम या शास्त्र अच्छी तरह समझ-बूझकर पढ़ने से प्राप्त होता है। वि० [हिं०] १. जो इस प्रकार फटा या फाडा़ गया हो कि उसके तार या सूत अलग-अलग हो गये हों अर्थात् जिसके बहुत से छोटे-छोटे टुकड़े या धज्जियाँ हो गई हों। २. पूरी तरह से छिन्न-भिन्न।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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