शब्द का अर्थ
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					तिड़ी					 :
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					स्त्री० [सं० त्रि=तीन] ताश का वह पत्ता जिन पर तीन बूटियाँ बनी होती है। तिक्की। वि० [सं० तिर्यक् ?] (व्यक्ति) जो कहीं से खिसक, टल या हट गया हो। (बाजारू) जैसे–मुझे देखते ही वहाँ से तिड़ी हो गया।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					तिड़ी-बिड़ी					 :
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					वि०=तितर-बितर (दे०)।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |