शब्द का अर्थ
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					त्रपु					 :
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					पुं० [सं०√त्रप्+उन्] १. सीसा। २. रांगा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपु-कर्कटी					 :
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					स्त्री० [मध्य० स०] १. खीरा। २. ककड़ी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुटी					 :
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					स्त्री० [सं०√त्रप्+उटक्(बा०)-ङीप्] छोटी इलायची।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुरी					 :
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					स्त्री०=त्रपुटी।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुल					 :
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					पुं० [सं०√त्रप्+उलच् (बा०] राँगा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुष					 :
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					पुं० [सं०√त्रप्+उष् (बा०)] १. राँगा। २. खीरा, ककड़ी आदि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुषी					 :
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					स्त्री० [सं० त्रपुष+ङीष्] १. ककड़ी। २. खीरा।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुस					 :
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					पुं० [सं०√त्रप्+उस (बा०)] १. राँगा। २. खीरा, ककड़ी आदि।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					त्रपुसी					 :
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					स्त्री० [सं० त्रपुस्+ङीष्] १. ककड़ी। २. खीरा। ३. बड़ा इन्द्रायन।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |