शब्द का अर्थ
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					त्रिपद					 :
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					वि० [सं० ब० स०] १. तीन पैरोंवाला। २. तीन पदोंवाला। पुं० १. यज्ञों की बेदी नापने का एक नाप जो प्रायः तीन कदम या डग की होती है। २. त्रिभुज। ३. तिपाई। ४. तीन पदों अर्थात् चरणोंवाला छंद।				 | 
			
			
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					त्रिपदा					 :
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					स्त्री० [सं० त्रिपद+टाप्] १. वैदिक छंदों का एक भेद। गायत्री। २. लाल लज्जावंती। हंसपदी।				 | 
			
			
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					त्रिपदिका					 :
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					स्त्री० [सं० त्रिपदा+कन्-टाप्, इत्व] १. शंख आदि रखने के लिए पीतल की बनी हुई छोटी तिपाई। २. तिपाई। ३. संगीत में, संकीर्ण राग का एक भेद।				 | 
			
			
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					त्रिपदी					 :
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					स्त्री० [सं० त्रिपद+ङीष्] १. गायत्री। २. हंसपदी। लाल लज्जावंती। ३. हाथी की पलान बाँधने का रस्सा। ४. तिपाई। ५. तिपाई के आकार का वह चौखटा जिस पर शंख रखा जाता है।				 | 
			
			
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