शब्द का अर्थ
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					त्रेता					 :
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					पुं० [सं० त्रि-इता, पृषो० सिद्धि] १. तीन चीजों का समूह। २. गार्हपत्य दक्षिण और आहवनीय ये तीन अग्नियाँ। ३. हिंदुओं के अनुसार चार युगों में से दूसरा युग जिसका भोग-काल १२९६॰॰ वर्षों का था जिसमें भगवान राम का अवतार हुआ था। ४.जूए में तीन कौडियों का अथवा पासे के उस भाग का चित्त पड़ना जिसपर तीन बिंदियां हों। तीया।				 | 
			
			
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					त्रेताग्नि					 :
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					स्त्री० [सं०त्रेता-अग्नि,कर्म०स०] दक्षिण गार्हपत्य और आहवनीय। ये तीन अग्नियाँ।				 | 
			
			
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