शब्द का अर्थ
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					थोक					 :
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					पुं० [सं० स्तोक या स्तोमक; प्र० थोवँक; हिं० थोक] १. एक ही तरह की बहुत सी चीजों का ढेर या राशि। थाक। (देखें) क्रि० प्र०—करना।—लगाना। २. चीजें बेचने का वह प्रकार जिसमें एक ही तरह की बहुत सी चीजें एक साथ या इकट्ठी और प्राय				 | 
			
			
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					थोकदार					 :
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					पुं० [हिं० थोक+फा० दार] वह व्यापारी जो थोक का कार्य करता हो।				 | 
			
			
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