शब्द का अर्थ
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					दगा					 :
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					पुं० [अ० दग़ा] १. छल। कपट। धोखा। २. विश्वासघात। क्रि० प्र०—देना। पद—दगाबाज, दगादार आदि।				 | 
			
			
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					दगाई					 :
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					स्त्री० [हिं० दागना] १. दागने की क्रिया, भाव या मजदूरी। २. दागे जाने का चिन्ह। वि० [अ० दग़ा] दगा देनेवाला। स्त्री०=दगा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					दगादार					 :
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					वि० [अ० दग़ा+फा० दार] दगा देनेवाला। धोखेबाज।				 | 
			
			
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					दगाबाज					 :
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					वि० [फा० दग़ाबाज] [भाव० दग़ाबाजी] दगा देनेवाला। धोखेबाज।				 | 
			
			
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					दगाबाजी					 :
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					स्त्री० [फा० दग़ाबाज़ी] १. दगाबाज होने की अवस्था या भाव। २. दगा देने की क्रिया या भाव। ३. कोई ऐसा कार्य जो किसी को धोखा देने से लिए किया गया हो।				 | 
			
			
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					दगार्गल					 :
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					पुं० [सं० दकार्गल (पृषो० सिद्धि)] एक प्राचीन विद्या, जिसके अनुसार भूमि के ऊपरी लक्षण देखकर यह बतलाया जाता था कि इसके नीचे जल है या नहीं।				 | 
			
			
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