शब्द का अर्थ
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					दहलना					 :
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					अ० [सं० दर=डर+हिं० हलना=हिलना] १. किसी बड़े या विकट काम या चीज को देखकर इस प्रकार कुछ डर जाना कि वह काम करने अथवा उस चीज की ओर बढ़ने का साहस न हो। इतना डरना कि आगे बढ़ने की हिम्मत न हो। जैसे—शेर की दहाड़ या हाथी की चिंघाड़ सुनकर जी दहलना। २. भय से स्तंभित होकर रुक जाना। संयो० क्रि०—उठना।—जाना। विशेष—इस क्रिया का प्रयोग स्वयं व्यक्ति के लिए होता है और उसके कलेजे या जी के संबंध में भी। जैसे—सिपाही का दहलना, और सिपाही का कलेजा या जी दहलना।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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