शब्द का अर्थ
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					दारुण					 :
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					वि० [सं०√दृ (भय)+णिच्+उनन्] [भाव० दारुणता] १. भयानक। भीषण। २. घोर। विकट। ३. उग्र। प्रचंड। ४. जिसे सहना कठिन हो। जैसे—दारुण कष्ट या विपत्ति। ५. (रोग) जो बहुत बढ़ गया हो और सहज में अच्छा न हो सकता हो। (सीरियस) ६. फाड़ डालनेवाला। विदारण। पुं० १. चित्रक वृक्ष। चीते का पेड़। २. रौद्र नामक नक्षत्र। ३. साहित्य में, भयानक रस ४. विष्णु। ५. शिव। ६. राक्षस। ७. पुराणानुसार एक नरक का नाम।				 | 
			
			
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					दारुणक					 :
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					पुं० [सं०दारुण√कै (मालूम होना)+क] सिर में होनेवाला रूसी। (देखें) नामक रोग।				 | 
			
			
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					दारुणता					 :
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					स्त्री० [सं० दारुण+तल्+टाप्] दारुण होने की अवस्था या भाव। दारुण्य।				 | 
			
			
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					दारुणा					 :
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					स्त्री० [सं० दारुण+टाप्] १. नर्मदा खंड की अधिष्ठात्री देवी का नाम। २. अक्षय तृतीया।				 | 
			
			
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					दारुणारि					 :
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					पुं० [सं० दारुण+अरि, ष० त०] विष्णु।				 | 
			
			
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					दारुण्य					 :
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					पुं० [सं० दारुण+ष्यञ्] दारुण होने की अवस्था या भाव। दारुणता।				 | 
			
			
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