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शब्द का अर्थ
दीर्घ-तृण :
पुं० [कर्म० स०] एक प्रकार की घास जिसके खाने से पशु निर्बल हो जाते हैं। पल्लिवाह तृण। ताम्रपर्णी।
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं
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