शब्द का अर्थ
			 | 
		
					
				| 
					देय					 :
				 | 
				
					वि० [सं०√दा (देना)+यत्] १. जो दिया जा सके। २. जो दिये या लौटाये जाने को हो।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					देय-धर्म					 :
				 | 
				
					पुं० [ष० त०] दानधर्म।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					देयक					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० देय+कन्] वह पत्र जिसमें किसी के नाम विशेषतः बैंक के नाम यह लिखा हो कि अमुक व्यक्ति को हमारे खाते से इतने रुपए दे दो। (चेक)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					देयादेय-फलक					 :
				 | 
				
					पुं० [देय-अदेय द्व० स०, देयादेय- फलक ष० त०] दे० ‘आय-व्यय फलक’।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					देयादेश					 :
				 | 
				
					पुं० [सं० देय-आदेश ष० त०] वह पत्र जिसमें यह लिखा हो कि अमुक व्यक्ति को इतना धन दिया जाय। (पे-आर्डर)				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
				| 
					देयासी					 :
				 | 
				
					पुं० [संच देवोपासिन् ?] [स्त्री० देयासिन] झाड़-फूँक करनेवाला ओझा।				 | 
			
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 |