शब्द का अर्थ
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निग्रह :
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पुं० [सं० नि√ग्रह+अप] १. नियंत्रण, बंधन, रोक आदि के द्वारा किसी आवेग, क्रिया, वस्तु या व्यक्ति को स्वतंत्रतापूर्वक आचरण न करने देना। २. उक्त का इतना अधिक उग्र या कठोर रूप कि किसी बात या वृत्ति का दमन हो जाय। ३. रोककर या वश में रखनेवाली चीज या बात। अवरोध। रोक। ४. चिकित्सा, जिससे रोग आदि दबाये या रोके जाते हैं। ५. दंड। सजा। ६. पीड़ित करना। सताना। ७. बाँधनेवाली चीज या बात। बंधन। ८. डाँट-डपट। ९. भर्त्सना। १॰. सीमा हद। १॰. शिव। ११. विष्णु। |
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समानार्थी शब्द-
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निग्रह-स्थान :
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पुं० [सं० ष० त०] तर्क में वह स्थल या स्थान जहाँ वादी के अतर्क-संगत बातें कहने पर वाद-विवाद बंद कर देना पड़े। |
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निग्रहण :
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पुं० [सं० नि√ग्रह्+ल्युट्–अन] १. निग्रह करने की क्रिया या भाव। (दे० ‘निग्रह’) २. पराजय। ३. युद्ध। लड़ाई। |
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निग्रहना :
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स० [सं० निग्रहण] १. निग्रह करना। २. नियंत्रण, बंधन या रोक में रखना। ३. दमन करना। ४. दंडित करना। |
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निग्रही (हिन्) :
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वि० [सं० निग्रह+इनि] १. निग्रह करनेवाला। २. नियंत्रण, बंधन या रोक में रखनेवाला। दमन करनेवाला। ३. दंड देनेवाला। |
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