शब्द का अर्थ
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पसरौहाँ :
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वि० [हिं० पसरना+औहाँ (प्रत्य०)] १. पसरनेवाला। २. जिसमें अधिक पसरने की प्रवृत्ति हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
पसरौहाँ :
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वि० [हिं० पसरना+औहाँ (प्रत्य०)] १. पसरनेवाला। २. जिसमें अधिक पसरने की प्रवृत्ति हो। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |