शब्द का अर्थ
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फरका :
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पुं० [सं० फलक] १. ऐसा छ्प्पर जो अलग से बनाकर बँड़ेर पर चढाया या रखा जाता है। २. बँड़ेर में एक ओर की छाजन। पल्ला। ३. झोपडियों, दरवाजों आदि के आगे लगाया जानेवाला टट्टर। पुं० दे० ‘फिरका’। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फरकाना :
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स० [हिं० फरक-अलग] १. अलग या दूर करना। २. फरक या अन्तर निकालना या स्थिर करना। स०=फड़काना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |