शब्द का अर्थ
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फाँकना :
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स० [हिं० पंकी] १. चूर्ण के रूप में कोई ओषधि या अन्य पदार्थ अंजलि में लेकर झटके से मुँह में डालना। जैसे—सत्तू फाँकना, सुती फाँकना। २. भुने हुए दाने खाना। जैसे—चने फाँकना। मुहावरा—धूल फाँकना=व्यर्थ में चारों ओर घूमना तथा मारा-मारा फिरना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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