शब्द का अर्थ
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फाँद :
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स्त्री० [हिं० फाँदना] फाँदने की क्रिया ढंग या भाव। पुं०=फंदा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फाँदना :
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अ० [सं० फणन, हिं० फानना] झोंक से शरीर को ऊपर उठाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जा पड़ना। जैसे—नाला फाँदना। २. नर-पशु का मादा पशु से संभोग करना। स० [हिं० फंदा] १. किसी को फंदे या जाल में फँसाना। २. कोई कार्य आरम्भ करना। ठानना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फाँदा :
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पुं०=फंदा। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फाँदी :
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स्त्री० [हिं० फंदा] १. वह रस्सी जिससे कई वस्तुओं को एक साथ रखकर बाँधते हैं। गट्ठा बाँधने की रस्सी। २. उक्त प्रकार से बाँधी हुई चीज। गट्ठा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |