शब्द का अर्थ
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बंदर-खत :
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पुं० [हिं० बंदर+क्षत-घाव] १. बन्दर के शरीर में होनेवाला घाव जिसे प्रायः नोच-नोच कर बढ़ाता रहता है। २. ऐसा कार्य या बात जिसकी खराबी या बुराई जान-बूझकर बढ़ायी जाय। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
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