शब्द का अर्थ
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					मनहर					 :
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					वि० [हिं० मन+हरना या सं० मनोहर] मन हरनेवाला। मनोहर। उदा०—गिरने से नयनों से उज्ज्वल आँसू के कन मनहर।—प्रसाद। पुं० घनाक्षरी छंद का एक नाम।				 | 
			
			
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					मनहरण					 :
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					पुं० [हिं० मन+हरण] १. मन हरने की क्रिया या भाव। २. पन्द्रह अक्षरों का एक वर्णिक छंद जिसके प्रत्येक चरण में पाँच सगण होते हैं। इसे नलिनी और भ्रमरावली भी कहते हैं। वि०=मनोहर।				 | 
			
			
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					मनहरन					 :
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					वि० पुं०=मनहरण।				 | 
			
			
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