शब्द का अर्थ
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					मनाना					 :
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					सं० [हिं० मानना का प्रे०] १. किसी को कुछ मानने में प्रवृत्त करना। ऐसा काम करना कि जिससे कोई कुछ मान ले। २. किसी को किसी काम या बात के लिए उद्यत, तत्पर या राजी करना। ३. जो किसी कारण से अप्रसन्न हो गया या रूठ गया हो उसे मीठी-मीठी बातें करके अपने अनुकूल बनाना और प्रसन्न करना। ४. अपनी त्रुटि या दोष मानकर उसके लिए क्षमा माँगना। उदा०—या भूल-चूक अपनी पहले मनाऊँ।—मैथिलीशरणगुप्त। ५. किसी प्रकार की कामना आदि की पूर्ति या कार्य की सिद्धि के लिए ईश्वर या देवी-देवता से प्रार्थना करना। जैसे—मैं तो ईश्वर से यही मानता हूँ कि वह आप को सद्बुद्धि दे। ६. प्रार्थना या स्तुति करना। उदा०—ताके युग पद कमल मनाऊँ, जासु कृपा निरमल मति पाऊँ।—तुलसी				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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