शब्द का अर्थ
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					मया					 :
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					स्त्री० [सं०√मय्+क+टाप्] चिकित्सा। इलाज। स्त्री० [सं० माया] १. माया। भ्रमजाल। २. ममता के कारण होनेवाला स्नेह। प्रेम का पाशा या बन्धन। २. अनुग्रहपूर्ण मनोभाव। प्रेम-भाव। उदा०—जा कहुँ मया करहु भलि सोई।—जायसी। ४. जगत्। संसार। ५. जीवनी-शक्ति। प्राण। ६. सांसारिक धन-सम्पत्ति।				 | 
			
			
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					मयाजिय					 :
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					वि० [सं० मायाजीव] १. जिसके मन में माया या मोह हो। २. अनुग्रह या कृपा का भाव रखनेवाला।				 | 
			
			
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					मयार					 :
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					वि० [सं० माया; हिं० माया] [स्त्री० मयारी] दयार्द्र। दयालु।				 | 
			
			
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					मयारी					 :
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					स्त्री० [देश०] १. वह शाखा या धरन जिसपर हिंडोले की रस्सी लटकाई जाती है। २. धरन।				 | 
			
			
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					मयारू					 :
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					वि०=मयार (दयार्द्र])।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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