शब्द का अर्थ
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					मिस्तर					 :
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					पुं० [हिं० मिस्तरी] १. इमारत में गज पीटने का पिटना नामक उपकरण। २. दफ्ती का वह टुकड़ा जिस पर सामान्तर पर डोरे लपेट या सी लेते हैं और जिनकी सहायता से कागज पर सीधी लकीरे खीची जाती हैं। पुं० =मेहतर।				 | 
			
			
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					मिस्तरी					 :
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					पुं० [अं० मास्टर=उस्ताद] वह चतुर कारीगर जो इमारत, धातु या लकड़ी का काम करता हो अथवा यंत्रों आदि की मरम्मत करता हो।				 | 
			
			
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					मिस्तरीखाना					 :
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					पुं० [हिं० मिस्तरी+फा० खाना] वह स्थान जहाँ बढ़ई, लोहार आदि बैठकर काम करते है।				 | 
			
			
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