शब्द का अर्थ
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					मोद					 :
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					पुं० [सं०√मुद् (हर्ष)+घञ्] १. बात-चीत, हँसी-मजाक, खेल-तमासे आदि के मन के बहलने तथा चित्त-वृत्तियों के प्रफुल्लित होने की अवस्था या भाव। २. महक। सुगन्ध। ३. पाँच भगण, एक मगण, एक सगण और एक गुरु वर्ण का एक वर्णवृत्त।				 | 
			
			
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					मोदक					 :
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					पुं० [सं०√मुद्+णिच्+ण्वुल्—अक] १. भूने या तले हुए किसी खाद्य-पदार्थ के कणों, दानों आदि का बँधा हुआ गोलाकार रूप जिसमें चीनी या शक्कर भी मिलाई गयी होती है। जैसे—मोतीचूर या बेसन का लड्डू। २. औषध आदि का बना हुआ लड्डू। जैसे—मदनानन्द मोदका। ३. गुड़। एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में चार भगण होते हैं। इसे भामिनी और सुन्दरी भी कहते हैं। ५. मोहिनी नामक छन्द। ६. एक वर्णसंकर जाति जिसकी उत्पत्ति क्षत्रिय पिता और शूद्र माता से मानी जाती है। वि० मोद या आनन्द देनेवाला।				 | 
			
			
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					मोदकर					 :
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					पुं० [सं० मोद√कृ (करना)+ट] एक प्राचीन ऋषि। वि० मोदकर उत्पन्न करने या आनन्द देनेवाला।				 | 
			
			
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					मोदकिका					 :
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					स्त्री० [सं० मोदकी+कन्+टाप्, ह्रस्व] मिठाई।				 | 
			
			
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					मोदकी					 :
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					स्त्री० [सं० मोदक+ङीष्] १. एक प्रकार की गदा। २. मूर्वा लता।				 | 
			
			
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					मोदन					 :
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					पुं० [सं०√मुद् (प्रसन्न होना)+णिच्+ल्युट—अन] [वि० मोदनीय, भू० कृ० मोदित्त] १. बात-चीत हँसी-मजाक, खेल-तमाशे आदि के द्वारा मन का बहलना तथा चित्त-वृत्तियों का प्रफुल्लित होना। २. सुगन्ध फैलाना वि० [मुद्+णिच्+ल्यु-अन] मोद उत्पन्न करनेवाला।				 | 
			
			
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					मोदना					 :
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					अ० [सं० मोदन] १. मुदित होना। २. सुगन्ध फैलाना। सं० १. किसी के मन में मोद उत्पन्न करना। सुगंध फैलाना। (यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मोदयंती					 :
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					स्त्री० [सं०√मुद्+णिच्+शतृ+ङीष्] वन-मल्लिका।				 | 
			
			
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					मोदवंती					 :
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					स्त्री० [सं० मोदवती] वन-मल्लिका। जंगली-चमेली।				 | 
			
			
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					मोदा					 :
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					स्त्री० [सं०√मुद्+णिच्+अच्+टाप्] १. अजमोदा। बन-अजवाइन। २. सेमल का पेड़।				 | 
			
			
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					मोदाख्य					 :
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					पुं० [सं० मोद-आ√ख्या (विस्तार करना)+क] आम (पेड़)।				 | 
			
			
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					मोदाद्रि					 :
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					पुं० [सं० मोद-अद्रि, मध्य० स०] मुँगेर के पास के एक पर्वत का पौराणिक नाम।				 | 
			
			
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					मोदित					 :
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					भू० कृ०=मुदित। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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					मोदिनी					 :
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					स्त्री० [सं०√मुद्+णिच्+णिनि+ङीष्] १. अजमोदा। २. जूही। ३. चमेली। ४. कस्तूरी। ५. मधु। ६. शराब वि० स्त्री० मोद उत्पन्न करनेवाली।				 | 
			
			
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					मोदी					 :
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					पुं० [सं० मोदक=लड्डू (बनाने वाला) अथवा अ० मद्दअ=जिंस, रसद] १. आटा, दाल, चावल आदि बेचनेवाला बनिया। भोजन-सामग्री देनेवाला बनिया। परचूनिया। २. वह जिसका काम बड़े आदमियों के यहाँ नौकरों को भरती करना हो।				 | 
			
			
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					मोदीखाना					 :
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					पुं० [हिं० मोदी+फा० खानः] अन्न आदि भरने का घर। भंडार।				 | 
			
			
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