शब्द का अर्थ
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					यथेष्ट					 :
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					वि० [सं० यथा—इष्ट, अव्य० स०] [भाव० यथेष्टता] १. जितना इष्ट या अभीष्ट हो। २. उतना जितने से काम अच्छी तरह चल सकता हो। विशेष—पर्याप्त की तरह इसका प्रयोग भी केवल ऐसी चीजों के सम्बन्ध में होना चाहिए जो अभीष्ट या प्रिय हों। जैसे—यथेष्ट भोजन। अनभीष्ट या अप्रिय बातों के सम्बन्ध में इसका प्रयोग ठीक नहीं जान पड़ता। यह कहना ठीक नहीं होगा—मुझे यथेष्ट कष्ट (या चिंता) है।				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
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					यथेष्टाचरण					 :
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					पुं० [सं० यथेष्ट-आचरण, कर्म० स०] मनमाना आचरण। स्वेच्छाचार।				 | 
			
			
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					यथेष्टाचार					 :
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					पुं० =यथेष्टाचरण।				 | 
			
			
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					यथेष्टाचारी (रिन्)					 :
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					पुं० [सं० यथेष्ट-आ√चर् (गति)+णिनि] मनमाना आचरण या व्यवहार करनेवाला।				 | 
			
			
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