शब्द का अर्थ
			 | 
		 
					
				| 
					यव-रस					 :
				 | 
				
					पुं० [सं०] जौ आदि अनाजों के दानों को पानी में फुलाकर उनसे निकाला जानेवाला सार भाग जिसका प्रयोग मादक द्रव्य प्रस्तुत करने में होता है और औषधों में जिसका प्रयोग पौष्टिक तत्त्व के रूप में होता है। (माल्ट)।				 | 
			 
			
				 | 
				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
		 |