शब्द का अर्थ
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वर्तन :
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पुं० [सं०√वृत्त+ल्युट-अन] १. इधर-उधर या चारों ओर घूमना। २. चलना-फिरना। गति। ३. जीवित या वर्तमान रहना। स्थिति। ४. कोई चीज उपयोग या व्यवहार में लाना। बरतना। ५. लोगों के साथ आचरण या व्यवहार करना। बरतना। बरताव। ६. जीविका। रोजी। ७. उलट-फेर। परिवर्तन। ८. कोई चीज कहीं रखना या लगाना। स्थापन। ९. पीसना। पेषण। १॰. पात्र। बरतन। ११. घाव में सलाई डालकर हिलाना-डुलाना जिससे घाव या नासूर की गहराई और फैलाव आदि का पता लगता है। शल्य-कार्य। १२. चरखे की वह लक़ड़ी जिसमें तकला लगा रहता है। १३. विष्णु का एक नाम। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
वर्तना :
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स्त्री०[सं०√वृत्त+णिच्+युच्-अन,टाप्]१. वर्तन। २. चित्रकला में,चित्रों में छाया या अंध-कार दिखाने के लिए काला या इसी प्रकार का और कोई रंग भरना। अ० स०=बरतना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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वर्तनी :
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स्त्री० [सं०√वृत्त+अनि,-ङीष्] १. बटने की क्रिया। पेषणा। सिलाई। २. रास्ता। बाट। ३. किसी शब्द के वर्ण,उनका क्रम तथा उच्चारण विधि। (स्पेलिंग)। |
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