शब्द का अर्थ
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विषमा :
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स्त्री० [सं० विषम+टाप्] १. झरबेरी। २. एक प्रकार का बछनाग। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
विषमाक्ष :
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पुं० [सं० ब० स] शिव। महादेव। |
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विषमांग :
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वि० [सं० विषम+अंग] जिसके सब अंग या तत्त्व भिन्न-भिन्न अथवा परस्पर विरोधी प्रकार के हों। ‘समांग’ का विपर्याय। (हेटेरोजीनिअस)। |
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विषमाग्नि :
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पुं० [सं० कर्म० स०] वैद्यक में एक प्रकार की जठराग्नि जो वायु के प्रकोप से उत्पन्न होती है। |
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विषमान्न :
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पुं० [सं० कर्म० स०] विषमाशन। |
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विषमायुध :
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पुं० [सं० ब० स०] कामदेव। |
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विषमाशन :
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पुं० [सं० कर्म० स०] १. ठीक समय पर भोजन न करना। २. आवश्यकता से कम या अधिक भोजन करना। |
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