शब्द का अर्थ
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					शार्दूल					 :
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					पुं० [सं०√शृ (हिंसा करना)+उलच्-दुकच्, निपा० सिद्ध] १. चीता। बाघ। २. केसरी। सिंह। ३. राक्षस। ४. शरभ नामक जंतु। ५. एक प्रकार का पक्षी। ६. यजुर्वेद की एक शाखा। ७. चित्रक या चीता नामक वृक्ष। ८. दोहे का एक भेद जिसमें ६ गुरु और ३६ लघु मात्राएं होती हैं। वि० सर्वश्रेष्ठ।				 | 
			
			
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					शार्दूल-ललित					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] एक प्रकार का वर्ण वृत्त जिसका प्रत्येक पद अठारह अक्षरों का होता है और उनका क्रम इस प्रकार है-म, स, ज, स, त, स।				 | 
			
			
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					शार्दूल-लसित					 :
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					पुं० [सं० ब० स०]=शार्दूलललित।				 | 
			
			
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					शार्दूल-वाहन					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] एक जिन (जैन)।				 | 
			
			
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					शार्दूल-विक्रीडित					 :
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					पुं० [सं० ब० स०] एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसका प्रत्येक पद १९ अक्षरों का होता है। उनका क्रम इस प्रकार है-म, स, ज, स, त, त, एक गुरु।				 | 
			
			
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					शार्दूलज					 :
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					पुं० [सं० शार्दूल√जन् (उत्पन्न करना)+ड] व्याघ्र-नख नामक गंध-द्रव्य। वि० शार्दूल से उत्पन्न।				 | 
			
			
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