शब्द का अर्थ
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					श्रृग					 :
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					पुं०=श्रृगाल।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
					
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					श्रृगाल					 :
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					पुं० [सं० असुक√ला+क, पृषो] १. सियार। गीदड़। २. बौद्ध साधुओं की परिभाषा में ज्ञानवान् मन का प्रतीक जो वासनामय मन के प्रतीक सिंह का शिकार करनेवाला कहा गया है। ३. वासुदेव। ४. कायर या डरपोक व्यक्ति। ५. निर्दय व्यक्ति। ६. खल। दुष्ट।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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