शब्द का अर्थ
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					सँकरा					 :
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					वि० [सं० संकीर्ण] [स्त्री० सँकरी] १. (रास्ता) जिसकी चौड़ाई कम हो। २. (वस्त्र) जो पहनने पर कस जाता हो या जो बहुत मुश्किल से पहना जाता हो। तंग। पुं० कठिनता, विपत्ति आदि की स्थिति।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) पुं० [सं० श्रृंखला] सिक्कड़।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			
			
					
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					संकरा					 :
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					पुं०=शंकराभरण (राग)।				 | 
			
			
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					सँकराना					 :
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					स० [हि० सँकरा+आना (प्रत्यय)] संकुचित करना। तंग करना। स० [हिं० साँकल] अन्दर बन्द करके बाहर से साँकल लगाना। अ० सँकरा या तंग होना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है)				 | 
			
			
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